लेखक:
शिवशंकर पिल्लै
तकषी शिवशंकर पिल्लै (1914-1999) का जन्म मध्य तिरुवितांकुर के एक गाँव तकषी में 17 अप्रैल सन् 1914 को हुआ था। 1933 में मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् उन्होंने लॉ कॉलेज में वकालत की पढ़ाई प्रारंभ कर दी। 1935 में वकालत की परीक्षा पास करने के पश्चात् वे त्रिवेंद्रम में ही रहे। उस समय कहानियों आदि में समाजवादी भावना पर ही जोर दिया जा रहा था और तकषी इस क्षेत्र में सदैव अग्रणी रहे। तकषी ने सर्वप्रथम लघु-कथाकार के रूप में ख्याति प्राप्त की और आज भी अधिकतम मलयाली पाठक उन्हें इसी रूप में याद करते हैं। |
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मंगलसूत्रशिवशंकर पिल्लै
मूल्य: $ 13.95 प्रस्तुत है मलयालम की श्रेष्ठ कहानियों का संग्रह.... आगे... |
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मछुआरेशिवशंकर पिल्लै
मूल्य: $ 9.95
इसमें केरल के तटवर्ती प्रदेश के मछुआरों के जीवन का चित्रण किया गया है..... आगे... |
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सीढ़ी के डंडेशिवशंकर पिल्लै
मूल्य: $ 20.95
निर्ममता की सीढ़ियों पर चढ़ता एक ग्रामीण, जहां प्रेम की कमी ने उसे भ्रष्टाचार की खाई में धकेल दिया... आगे... |